अपने बच्चों को ये 6 चीजें कभी ज़बरदस्ती न करवाएं – एक पॉजिटिव पेरेंटिंग गाइड
अपने बच्चों को ये 6 चीजें कभी ज़बरदस्ती न करवाएं – एक पॉजिटिव पेरेंटिंग गाइड
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अपने बच्चों को ये 6 चीजें कभी ज़बरदस्ती न करवाएं – एक पॉजिटिव पेरेंटिंग गाइड
📄 लेख:
पेरेंटिंग का मकसद सिर्फ़ अनुशासन नहीं, समझ और सहयोग भी है। अगर आप बच्चों पर ज़बरदस्ती करते हैं, तो वे खुद को छोटा और असहाय महसूस कर सकते हैं। यहां 6 आम गलतियां हैं जो माता-पिता करते हैं – और बेहतर विकल्प:
1. जबरन गले लगवाना या चूमना
बच्चों को मजबूर करना कि वे गले लगाएं या चूमें, उनकी सहमति की भावना को नुकसान पहुंचा सकता है।
✅ क्या करें: कहें – “अगर तुम चाहो तो गले लगा सकते हो।”
2. माफ़ी मंगवाना
जब माफ़ी दिल से ना हो, तो उसका कोई मतलब नहीं होता।
✅ क्या करें: समझाएं कि सामने वाले को कैसे ठेस पहुंची और सोचने का समय दें।
3. मनपसंद खाना ज़बरदस्ती खिलाना
हर चीज़ खत्म करवाना दबाव बनाता है और खाने से नफरत पैदा कर सकता है।
✅ क्या करें: छोटे हिस्से में परोसें, और धीरे-धीरे नया खाना दोहराएं।
4. नापसंद एक्टिविटी में मजबूरी से टिके रहना
बच्चा जिस चीज़ को पसंद नहीं करता, उसमें जबरन टिके रहना आत्मविश्वास पर असर डाल सकता है।
✅ क्या करें: नया कुछ आज़माने के लिए प्रोत्साहित करें।
5. ज़बरन चीजें शेयर करवाना
बच्चा तैयार न हो तब शेयरिंग का दबाव उसे चिढ़ा सकता है।
✅ क्या करें: खुद उदाहरण बनें और धीरे-धीरे उसे सिखाएं।
6. भावनाओं को दबाना
“रोना बंद करो” या “मजबूत बनो” जैसी बातें बच्चे की भावनात्मक समझ को कुचल देती हैं।
✅ क्या करें: कहें – “मैं समझ रहा/रही हूं तुम दुखी हो, चलो बात करें।”
🔑 निष्कर्ष:
बच्चों को आत्मनिर्भर, संवेदनशील और भावनात्मक रूप से समझदार बनाने के लिए जबरदस्ती से दूर रहें।